Haryana
गुरुग्राम मेट्रो का बड़ा विस्तार: हुड्डा सिटी से सेक्टर-9 तक बनेगी 15 KM एलिवेटेड लाइन, जानें कब शुरू होगा निर्माण!

गुरुग्राम मेट्रो का नया चेहरा: 15 KM लंबी एलिवेटेड लाइन से जुड़ेंगे 14 स्टेशन, मई से शुरू होगा निर्माण!
हरियाणा के गुरुग्राम शहर को जल्द ही मेट्रो कनेक्टिविटी का तोहफा मिलने जा रहा है। गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) ने हुड्डा सिटी सेंटर से सेक्टर-9 तक 15.2 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड मेट्रो लाइन के निर्माण का ऐलान कर दिया है। इस प्रोजेक्ट पर 1286 करोड़ रुपये खर्च होंगे, और यह शहर के ट्रैफिक जाम को कम करने के साथ-साथ हजारों लोगों को रोजगार देगा। GMRL के मुताबिक, 22 अप्रैल 2024 को टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद मई में निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
प्रोजेक्ट हाइलाइट्स: क्या है खास इस मेट्रो लाइन में?
- रूट: हुड्डा सिटी सेंटर → सेक्टर-9 (14 एलिवेटेड स्टेशन)।
- लंबाई: 15.2 किलोमीटर (पूरी तरह वायडक्ट पर)।
- स्टेशनों की लिस्ट:
| सेक्टर 9 | सेक्टर 10 | सेक्टर 33 | सेक्टर 37 |
| सेक्टर 45 | सेक्टर 46 (साइबर पार्क) | सेक्टर 47 | सुभाष चौक |
| सेक्टर 48 | हीरो होंडा चौक | उद्योग विहार 6 | बसई | - ट्रैफिक प्रबंधन: लाइन पूरी तरह एलिवेटेड होने से सड़क यातायात प्रभावित नहीं होगा।
- समयबद्धता: GMRL का लक्ष्य 2027 तक इस रूट को ऑपरेशनल बनाना है।
गुरुग्राम वासियों को कैसे मिलेगा फायदा?
- कनेक्टिविटी बूस्ट: साइबर हब सेक्टर-46, औद्योगिक क्षेत्र उद्योग विहार, और आवासीय सेक्टरों को सीधा जोड़ा जाएगा।
- रोजगार के अवसर: निर्माण के दौरान 5000+ लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा, जबकि ऑपरेशन शुरू होने पर स्टेशनों पर स्टाफ की भर्ती होगी।
- रियल एस्टेट को पंख: मेट्रो के आसपास के इलाकों में प्रॉपर्टी की कीमतों में 15-20% का उछाल आने का अनुमान।
- पर्यावरण राहत: प्रति दिन 50,000+ कारों की आवाजाही कम होगी, जिससे प्रदूषण स्तर घटेगा।
टाइमलाइन और आगे की राह:
- 22 अप्रैल 2024: टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी और कंट्रैक्टर का चयन।
- मई 2024: निर्माण कार्य शुरू।
- 2026 तक: स्ट्रक्चरल वर्क पूरा।
- 2027: ट्रायल रन और कमर्शियल ऑपरेशन।
GMRL के चेयरमैन ने बताया, “यह प्रोजेक्ट गुरुग्राम को देश के सबसे आधुनिक मेट्रो नेटवर्क वाले शहरों में शामिल करेगा। हमने डिज़ाइन में यात्री सुविधाओं और सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।”
चुनौतियां और स्थानीय प्रतिक्रिया:
- निर्माण के दौरान असुविधा: कुछ महीनों के लिए सेक्टर-45 और सुभाष चौक में ट्रैफिक डायवर्जन की आशंका।
- स्थानीय व्यापारियों की उम्मीदें: साइबर पार्क और हीरो होंडा चौक जैसे स्टेशनों के आसपास फुटफॉल बढ़ने से व्यापार में तेजी का अनुमान।
- नागरिकों की प्रतिक्रिया: सेक्टर-37 निवासी रिया शर्मा कहती हैं, “मेट्रो आने से ऑफिस का सफर 1 घंटे से घटकर 20 मिनट रह जाएगा।”